Admission of a new Partner (नए साझेदार का प्रवेश )
Admission of a new Partner (नए साझेदार का प्रवेश )
नए साझेदार का प्रवेश पर इस पोस्ट में निम्न बिन्दुओ पर चर्चा की गई है.
- साझेदारी फर्म के पुनर्गठन की अवधारणा एवं विधियों का ज्ञान
- नए साझेदार के प्रवेश का प्रभाव
- नए लाभ विभाजन अनुपात एवं त्याग अनुपात की गणना
- ख्याति - अर्थ , विशेषताएँ , प्रभावित करने वाले कारण, स्वभाव , प्रकार , मूल्याङ्कन की विधियाँ , व लेखांकन व्यवहार
- संपत्तियों का पुनर्मूल्यांकन एवं दायित्वों का पुनर्निर्धारण , स्मरणार्थ पुनर्मूल्यांकन खाता
- अवितरित लाभों / हानियों व संचयों का बंटवारा
- पूँजी का समायोजन , नए के आधार पर पुराने साझेदारों की पूँजी का समायोजन , पुराने के आधार पर नए साझेदार की पूँजी का निर्धारण
- विद्यमान साझेदारों के लाभ विभाजन अनुपात में परिवर्तन का आशय व लेखा .
साझेदारी फर्म का पुनर्गठन
साझेदारों के मध्य समझौते में किसी प्रकार का परिवर्तन फर्म का पुनर्गठन कहलाता है. यह निम्न परिस्थतियों में हो सकता है.
- नए साझेदार के प्रवेश पर
- वर्त्तमान साझेदारों के लाभ विभाजन अनुपात में परिवर्तन होने पर
- अवकाश ग्रहण करने पर
- साझेदार की मृत्यु होने पर
- दो फर्मों का एकीकरण होने पर
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