RBSE Rajasthan Board, NCERT Commerce Solutions For Class 11 and 12 - Business Studies (Commerce), Accountancy, Economics, Mathematics or Informatics Practices, Statistics and English. you can find all the solutions here. PDF Notes for Patwari exam 2020 Rajasthan Gk Topic wise notes Hindi Vyakaran complete Notes, Ptet Exam Syllabus.
राजस्थान की प्राचीन सभ्यताएं पुरातत्ववेत्ताओं के अनुसार राजस्थान का इतिहास पूर्व पाषाण काल से प्रारंभ होता है। आज से करीब एक लाख वर्ष पहले मनुष्य मुख्यतः बनास नदी के किनारे या अरावली के उस पार की नदियों के किनारे निवास करता था। आदिम मनुष्य अपने पत्थर के औजारों की मदद से भोजन की तलाश में हमेशा एक स्थान से दूसरे स्थान को जाते रहते थे, इन औजारों के कुछ नमूने बैराठ, रैध और भानगढ़ के आसपास पाए गए हैं। प्राचीनकाल में उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में वैसा मरुस्थल नहीं था जैसा वह आज है। इस क्षेत्र से होकर सरस्वती और दृशद्वती जैसी विशाल नदियां बहा करती थीं। इन नदी घाटियों में हड़प्पा, ‘ग्रे-वैयर’ और रंगमहल जैसी संस्कृतियां फली-फूलीं। यहां की गई खुदाइयों से खासकर कालीबंग के पास, पांच हजार साल पुरानी एक विकसित नगर सभ्यता का पता चला है। हड़प्पा, ‘ग्रे-वेयर’ और रंगमहल संस्कृतियां सैकडों दक्षिण तक राजस्थान के एक बहुत बड़े इलाके में फैली हुई थीं। कालीबंगा सभ्यता जिला – हनुमानगढ़ नदी – सरस्वती(वर्तमान की घग्घर) समय – 3000 ईसा पूर्व से 1750 ईसा पूर्व तक। राजस्थान की सबसे पुराणी सभ्यता काल – ताम्र युगीन ...
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RBSE Class 11 Accountancy Chapter 8 Cash book and Bank Related Transaction
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Rajasthan Board RBSE Class 11 Accountancy Chapter 8 रोकड़ बही एवं बैंक सम्बन्धी व्यवहार
RBSE Class 11 Accountancy Chapter 8 पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
RBSE Class 11 Accountancy Chapter 8 वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
साधारण रोकड़ बही का शेष होता है
(अ) सदैव डेबिट
(ब) सदैव क्रेडिट
(स) कभी डेबिट कभी क्रेडिट
(द) दोनों पक्षों को बराबर
उत्तर:
(अ) सदैव डेबिट
प्रश्न 2.
बैंक अपने ग्राहक की जमाओं तथा आहरण का लेखा करेगा
(अ) पासबुक में
(ब) रोकड़ बही में
(स) चेक बुक में
(द) जमा कराने की पर्ची की पुस्तक में
उत्तर:
(अ) पासबुक में
प्रश्न 3.
त्रिस्तम्भीय रोकड़ बही बैंक अधिविकर्ष बताती है, यदि
(अ) बैंक खाने का क्रेडिट शेष हो।
(ब) रोकड़ खाने का क्रेडिट शेष हो।
(स) रोकड़ खाने का डेबिट शेष हो
(द) बैंक खाने का डेबिट शेष हो
उत्तर:
(अ) बैंक खाने का क्रेडिट शेष हो।
प्रश्न 4.
वह रोकड़ बही जिसमें बट्टा खाना भी होता है, कहलाती है
(अ) द्विस्तम्भीय रोकड़ बही
(ब) फुटकर रोकड़ बही
(स) साधारण रोकड़ बही
(द) त्रिस्तम्भीय रोकड़ बही
उत्तर:
(अ) द्विस्तम्भीय रोकड़ बही
प्रश्न 5.
निम्न में से किस व्यवहार की विपरीत प्रविष्टि (Contra) होगी ?
(अ) बैंक में रुपया जमा कराया।
(ब) नजी व्यय के लिये बैंक से रुपये निकाले
(स) मजदूरी का भुगतान चेक से किया
(द) चेक द्वारा वेतन चुकाया
उत्तर:
(अ) बैंक में रुपया जमा कराया।
प्रश्न 6.
निम्नलिखित व्यवहार को रोकड़ बही में नहीं लिखेंगे
(अ) नकद ऋण।
(ब) बैंक में जमा कराये
(स) कमीशन प्राप्त किया।
(द) विक्रय वापसी
उत्तर:
(द) विक्रय वापसी
प्रश्न 7.
रोकड़ बही रखने का मुख्य उद्देश्य है
(अ) व्यापार का रोकड़ी क्रय मूल्य ज्ञात करना
(ब) व्यापार की पूँजी मालूम करना
(स) व्यापार का रोकड़ तथा बैंक शेष जानना
(द) व्यापार का रोकड़ी विक्रय मालूम करना
उत्तर:
(स) व्यापार का रोकड़ तथा बैंक शेष जानना
प्रश्न 8.
चालू खाता खोलने पर बैंक ग्राहक को देता है
(अ) चेक बुक
(ब) जमा की रसीद
(स) पास बुक
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(द) उपर्युक्त सभी
प्रश्न 9.
Rs 15,000 के मूल्य को माल 10% व्यापारिक छूट पर बेचा, इसका लेखा रोकड़ बही में किया जायेगा-
(अ) डेबिट पक्ष पर Rs 16,500 से
(ब) क्रेडिट पक्ष पर Rs 13,500 से
(स) क्रेडिट पक्ष पर Rs 16,500 से
(द) डेबिट पक्ष पर Rs 13,500 से
उत्तर:
(द) डेबिट पक्ष पर Rs 13,500 से
प्रश्न 10.
साधारण रोकड़ बही में रकम के कुल खाने होते हैं
(अ) दो
(ब) चार
(स) तीन
(द) एक
उत्तर:
(अ) दो
प्रश्न 11.
व्यापारी ने नकद माल बेचा जिसका भुगतान चेक से प्राप्त हुआ । व्यापारी ने चेक अपने पास रख लिया, इसका लेखा रोकड़ बही के कौन-से खाने में होगा-
(अ) रोकड़ एवं बैंक खाने में
(ब) बैंक खाने में
(स) रोकड़ खाने में
(द) किसी भी खाने में नहीं
उत्तर:
(स) रोकड़ खाने में
प्रश्न 12.
निम्न में से किस लेन-देन की खाताबही में खतौनी करने की आवश्यकता नहीं है
(अ) चेक द्वारा खर्चे का भुगतान
(ब) ग्राहक से नकद भुगतान प्राप्त किया
(स) बैंक से कार्यालय हेतु रुपये निकाले
(द) क्रय किये माल का भुगतान चेक से किया
उत्तर:
(अ) चेक द्वारा खर्चे का भुगतान
RBSE Class 11 Accountancy Chapter 8 अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
विपरीत प्रविष्टि किसे कहते हैं ?
उत्तर-
ऐसी प्रविष्टि जिसमें रोकड़ एवं बैंक दोनों खाते प्रभावित होते हों उसे विपरीत प्रविष्टि कहते हैं।
प्रश्न 2.
अग्रदाय पद्धति किस रोकड़ बही में प्रयुक्त की जाती है ?
उत्तर-
अग्रदाय पद्धति लघु रोकड़ बही में प्रयुक्त की जाती है।
प्रश्न 3.
तीन खाने वाली रोकड़ बही में कुल कितने खाने होते हैं ?
उत्तर-
तीन खाने वाली रोकड़ बही में कुल 14 (सात जमा तथा सात नाम पक्ष में) खाने होते हैं।
प्रश्न 4.
रोकड़ बही में कौन-से खाने का शेष नहीं निकाला जाता है ?
उत्तर-
रोकड़ बही में बट्टे के खाने का शेष नहीं निकाला जाता है।
प्रश्न 5.
विपरीत प्रविष्टि के दो व्यवहारों के नाम दीजिए।
उत्तर-
बैंक में नकद जमा कराये,
बैंक से निकाले
प्रश्न 6.
तीन खाने वाली रोकड़ बही में ‘रकम’ के कुल कितने खाने होते हैं ?
उत्तर-
कुल 6 खाने (3 डेबिट पक्ष,3 क्रेडिट पक्ष की ओर) होते हैं।
प्रश्न 7.
रोकड़ बही में कौन-से खाने का शेष डेबिट तथा क्रेडिट दोनों हो सकता है ?
उत्तर-
रोकड़ बही में बैंक खाने का शेष डेबिट व क्रेडिट दोनों हो सकता हैं।
प्रश्न 8.
जब व्यापारी बैंक में जमा धन से अधिक धन निकाल लेता है तो उसे क्या कहते हैं ?
उत्तर-
अधिविकर्ष (Overdraft) ।।
प्रश्न 9.
द्विस्तम्भीय रोकड़ बही का नमूना दीजिये।
उत्तर-
प्रश्न 10.
लघु रोकड़ बही के दो लाभ बताइये।
उत्तर-
समय एवं श्रम की बचत ।
लघु रोकड़ बही बनाने से बेईमानी की सम्भावना कम हो जाती है।
प्रश्न 11.
रोकड़ बही किसे कहते हैं ?
उत्तर-
जिस बही में केवल नकद प्राप्ति एवं नकद भुगतानों का ही लेखा किया जाता हो उसे रोकड़ बही कहते हैं।
प्रश्न 12.
उस रोकड़ बही का नाम बताइये जिसमें बैंक खाता तथा बट्टा खाता सम्मिलित हो।
उत्तर-
त्रिस्तम्भीय (तीन खाने वाली) रोकड़ बही ।
प्रश्न 13.
साधारण रोकड़ बही में किस प्रकार के सौदों का लेखा किया जाता है ?
उत्तर-
साधारण रोकड़ बही में नकद प्राप्ति एवं नकद भुगतान से सम्बन्धित सौदों का लेखा किया जाता है।
प्रश्न 14.
रोकड़ बही के प्रकार बताइए ।
उत्तर-
रोकड़ बही तीन प्रकार की होती हैं—साधारण रोकड़ बही, दो खाने वाली रोकड़ बही, तीन खाने वाली रोकड़ बही ।।
प्रश्न 15.
रोकड़ बही तथा रोकड़ खाते में एक अन्तर बताइये।
उत्तर-
रोकड़ बही एक पुस्तक है जिसमें नकद लेन-देनों को दर्ज किया जाता है। जबकि रोकड़ खाता खाताबही में खोले गये अन्य खातों की तरह है।
प्रश्न 16.
चालू खाता किसके द्वारा खोला जाता है ?
उत्तर-
चालू खाता बैंक में व्यापारी द्वारा खोला जाता है ।
RBSE Class 11 Accountancy Chapter 8 लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
रोकड़ बही के रोकड़ खाने का शेष सदैव डेबिट ही क्यों होता है ?
उत्तर-
रोकड़ बही के रोकड़ खाने का शेष सदैव डेबिट ही होता है क्योंकि व्यवसाय में समस्त प्राप्तियों से अधिक व्यय यो भुगतान नहीं किया जा सकता। अतः प्राप्ति (डेबिट) पक्ष का योग हमेशा ज्यादा रहता है।
प्रश्न 2.
लघु रोकड़ बही की अग्रदाय पद्धति किसे कहते हैं ?
उत्तर-
लघु रोकड़ बही की इस पद्धति के अनुसार मुख्य रोकड़िया महीने के प्रारम्भ में एक निश्चित राशि फुटकर व्ययों के लिए लघु रोकड़िया को देता है । लघु रोकड़िया इस रकम में से सम्पूर्ण माह के फुटकर व्ययों का भुगतान करता रहता है। माह के अन्त में लघु रोकड़ियों इस बही का शेष निकालता है तथा उसका मिलान अपने पास बची रकम से करता है। जितनी राशि माह में खर्च हो जाती है। उस हिसाब की जाँच मुख्य रोकड़िया से करवाकर वह पुनः उतनी राशि अगले माह के प्रारम्भ में मुख्य रोकड़िया से प्राप्त कर लेता है। इसे ही लघु रोकड़ बही की अग्रदाय पद्धति कहते हैं।
प्रश्न 3.
बैंक अधिविकर्ष की स्थिति में रोकड़ बही के बैंक खाने का कौन-सा शेष होगा ?
उत्तर-
बैंक अधिविकर्ष की स्थिति में रोकड़ बही के बैंक खाने का क्रेडिट (Cr) शेष होगा।
प्रश्न 4.
त्रिस्तम्भीय रोकड़ बही का प्रारूप दीजिये।
उत्तर-
त्रिस्तरीय रोकड़ बही (Three Column Cash Book)
प्रश्न 5.
बैंक ड्राफ्ट या चेक प्राप्त होने पर कौन-सा खाता डेबिट किया जाता है ?
उत्तर-
बैंक ड्राफ्ट या चेक प्राप्त होने पर रोकड़ (Cash) खाता डेबिट किया जाता है।
प्रश्न 6.
ऐसे दो लेन-देन बताइये जिनकी विपरीत प्रविष्टि की जाती है।
उत्तर-
बैंक में नकद जमा कराने पर,
बैंक से व्यापार हेतु नकद निकालने पर।
प्रश्न 7.
गंगाधर से Rs 3,000 का बैंक ड्राफ्ट प्राप्त हुआ, इसकी जर्नल प्रविष्टि होगी।
उत्तर-
Cash A/c Dr. 3,000
To Gangadhar 3,000
(Being bank draft received Rs 3,000 from Gangadhar)
प्रश्न 8.
विपरीत प्रविष्टि में कौन-कौन से खाते प्रभावित होते हैं ?
उत्तर-
विपरीत प्रविष्टि में दो खाते रोकड़ खाता (Cash A/c) और बैंक खाता (Bank A/c) प्रभावित होते हैं।
प्रश्न 9.
निजी प्रयोग के लिये 1,000 बैंक से निकालने पर प्रविष्टि होगी।
उत्तर-
Drawings A/c Dr. 1,000
To Bank A/c 1,000
(Being withdraw from bank for personal use)
प्रश्न 10.
फुटकर रोकड़ बही की मुख्य विशेषताएँ बताइये।
उत्तर-
इस बही में व्यापार के छोटे-छोटे व्ययों का लेखा किया जाता है।
समय एवं श्रम की बचत होती है।
खुदरा रोकड़ बही अग्रदाय पद्धति पर आधारित है।
प्रश्न 11.
रोकड़ बही एवं लघु रोकड़ बही में अन्तर बताइये।
उत्तर:
रोकड़ बही एवं लघु रोकड़ बही में अन्तर
अन्तर का आधार
रोकड़ बही
लघु रोकड़ बही
(i) सौदों का प्रकार
समस्त नकद लेन-देनों का लेखा किया जाता है।
केवल छोटे-छोटे खर्चे का लेखा किया जाता है।
(ii) रोकड़िया
मुख्य रोकड़िया द्वारा लेखा किया जाता है।
लघु रोकड़िया द्वारा लेखा किया जाता है।
(iii) पद्धति
इसे सामान्य पद्धति प्राप्ति एवं भुगतान से बनाया जाता है।
इसे अग्रदाय पद्धति द्वारा (मुख्य रोकड़िया द्वारा लघु रोकड़िया को राशि अग्रिम में देना) बनाया जाता है।
प्रश्न 12.
लघु रोकड़ बही का प्रारूप दीजिये।
उत्तर-
लघु रोकड़ बही (Petty Cash Book)
नोट-व्यय के कॉलम आवश्यकतानुसार घटाये-बढ़ाये जा सकते हैं।
प्रश्न 13.
अधिविकर्ष किसे कहते हैं ?
उत्तर-
व्यापारी द्वारा अपने चालू खाते में से बैंक में जमा राशि से अधिक राशि निकालने को बैंक अधिविकर्ष कहते हैं। जितनी अधिक राशि निकाली गयी है वह अधिविकर्ष कहलाती है।
प्रश्न 14.
चेक का बेचान करने पर तीन खाने वाली रोकड़ बही में लेखा किस पक्ष में किया जाता है ?
उत्तर-
चेक का बेचान करने पर तीन खाने वाली रोकड़ बही में क्रेडिट पक्ष में लेनदार का नाम लिखकर राशि रोकड़ के खाने में लिख दी जाती है।
प्रश्न 15.
ग्राहक द्वारा सीधे ही बैंक में रुपया जमा कराने पर लेखा तीन खाने वाली रोकड़ बही में कहाँ किया जाता है ?
उत्तर-
ग्राहक द्वारा सीधे ही बैंक में रुपया जमा कराने पर लेखा तीन खाने वाली रोकड़ बही में डेबिट पक्ष की ओर बैंक के खाने में किया जाता है।
RBSE Class 11 Accountancy Chapter 8 निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
रोकड़ बहियाँ कितने प्रकार की होती हैं ? प्रत्येक का संक्षिप्त वर्णन कीजिये।
उत्तर-
जिस बही में व्यापार में होने वाले समस्त नकद लेन-देनों को दर्ज किया जाता है, उस बही को रोकड़ बही कहते हैं। व्यापारी अपने व्यापार की आवश्यकता को ध्यान में रखकर विभिन्न प्रकार की रोकड़ पुस्तकों का प्रयोग करते हैं। ये निम्नलिखित प्रकार की होती हैं
(i) साधारण रोकड़ वही इस प्रकार की रोकड़ बही का प्रयोग सामान्यतया उन व्यापारियों द्वारा किया जाता है जो बैंक में खाता नहीं रखते । इस बही में डेबिट पक्ष में समस्त रोकड़ प्राप्तियाँ एवं क्रेडिट पक्ष में समस्त रोकड़ भुगतान लिखे जाते हैं। नमूना निम्न प्रकार हैं।
प्रारूप को देखने से स्पष्ट होता है कि साधारण रोकड़ बही में प्रत्येक पक्ष में 5 कॉलम होते हैं। पहले खाने में तारीख, दूसरे खाने में खाते का नाम, तीसरे में प्रमाणक संख्या, चौथे में खाताबही का पन्ना नम्बर एवं पाँचवें में राशि लिखी जाती है।
रोकड़ पुस्तक में समस्त नकद सौदों को दर्ज करने के बाद इसका शेष निकाला जाता है। बड़े व्यवसायों में प्रतिदिन यह कार्य होता है। छोटे व्यवसायों में पाक्षिक, मासिक आधार पर यह कार्य किया जाता है। विशेष ध्यान देने योग्य बात यह है कि रोकड़ पुस्तक का सदैव डेबिट शेष ही रहता है क्रेडिट कभी भी नहीं होता क्योंकि प्राप्तियों (उपलब्ध राशि) से अधिक भुगतान कभी भी नहीं किया जा सकता।
(ii) ‘दो खाने वाली या द्विस्तम्भीय रोकड़ बही (Two Column Cash Book) – जब रोकड़ बही के प्रत्येक पक्ष में रोकड़ के खाने के साथ-साथ एक अतिरिक्त खाना बट्टे (Discount) का भी दे दिया जाता है तो उसे दो खाने वाली या द्विस्तम्भीय रोकड़ बही कहते हैं। इस पुस्तक में डेबिट पक्ष में ग्राहकों को दिया गया बट्टा व क्रेडिट पक्ष में अपने लेनदारों से प्राप्त बट्टा को लिखा जाता है। अतः इसका लेखा भुगतान की राशियों के साथ ही किया जाता है।
इस पुस्तक का शेष निकालते समय बट्टे के खानों का शेष नहीं निकाला जाता, बल्कि दोनों खानों का अलग-अलग योग लगा . दिया जाता है।
(iii) तीन खाने वाली या त्रिस्तम्भीय रोकड़ बही (Three Column Cash Book) – तीन खाने वाली रोकड़ बही उन बड़े व्यापारियों द्वारा बनायी जाती है जिनके अधिकांश लेन-देन बैंकों के माध्यम से होते हैं। अर्थात् भुगतान चेक द्वारा करते हैं एवं पैसा भी चेक द्वारा प्राप्त करते हैं। इस पुस्तक में दोनों तरफ के भागों में राशि के लिए 3 स्तम्भ (खाने) होते हैं। ये खाने बट्टा (Discount), रोकड़ (Cash) और बैंक (Bank) लेन-देन के लिये होते हैं । अतः इस पुस्तक में रोकड़, बट्टे के सौदों के साथ-साथ बैंक सम्बन्धी व्यवहारों का भी लेखा किया जाता है इसलिये बैंक का खाना भी बनाया जाता है। यह पुस्तक रोकड़ खाता और बैंक खाता दोनों का ही कार्य करती है। इनके अतिरिक्त कुछ व्यापारियों द्वारा सहायक बही के रूप में एक लघु रोकड़ बही भी रखी जाती है। जिसका वर्णन निम्न प्रकार है
लघु रोकड़ बही (Petty Cash Book) – प्रत्येक व्यापार में छोटे-छोटे बहुत प्रकार के व्यय होते हैं। जैसे—गाड़ी भाड़ा, डाक खर्च, चाय-नाश्ता, स्टेशनरी,छपाई, टेलीफोन आदि । इन सबका रोकड़ बही में लेखा किया जाये तो रोकड़ बही का आकार अनावश्यक रूप से बहुत बड़ा हो जायेगा। अतः इन छोटे-छोटे खर्चे को लिखने के लिये एक अलग रोकड़ बही रखी जाती है जिसे लघु रोकड़ बही या खुदरा रोकड़ बही कहते हैं। इस पुस्तक में लेखा करने के लिये एक अलग कर्मचारी रखा जाता है जिसे लघु रोकड़िया कहते हैं।
प्रश्न 2.
लघु रोकड़ बही किसे कहते हैं ? इसकी अग्रदाय पद्धति क्या है ? कुछ काल्पनिक सौदों से एक लघु रोकड़ बही तैयार कीजिये।
उत्तर-
व्यापार में होने वाले छोटे-छोटे खर्चे का हिसाब रखने के लिये एक अलग रोकड़ बही रखी जाती है, जिसे लघु रोकड़ बही कहते हैं।
लघु रोकड़िया को महीने के प्रारम्भ में मुख्य रोकड़िया द्वारा छोटे-छोटे खर्चे का अनुमान लगाकर एक निश्चित राशि दे दी जाती है। लघु रोकड़िया इस रकम में से छोटे-छोटे व्यय स्वयं ही करता है एवं लघु रोकड़ बही में उनका लेखा रखता है। महीने के अन्त में प्रधान रोकड़िया उन व्ययों की जाँच करता है और जितनी रकम लघु रोकड़िया द्वारा व्यय की गयी है, उतनी रकम उसे पुनः दे देता है । इससे अगले माह के प्रारम्भ में उतनी रकम हो जाती है जितनी गत माह के प्रारम्भ में थी । इस प्रकार लघु रोकड़िया को रकम खर्च करने से पूर्व ही प्राप्त हो जाती है। अतः इसे लघु रोकड़ बही की अग्रदाय पद्धति कहते हैं।
प्रश्न 3.
रोकड़ बही रखना क्यों आवश्यक है ? इसके लाभ तथा उपयोग क्या हैं ?
उत्तर-
एक व्यवसाय में रोकड़ बही रखना निम्नलिखित कारणों से आवश्यक होता है
तुरन्त जानकारी समस्त रोकड़ी लेन-देनों को एक स्थान यानि रोकड़ बही में दर्ज करने से आवश्यक सूचनाएँ व नकद लेन-देनों की जानकारी तुरन्त प्राप्त हो जाती है।
त्रुटि का पता व्यापारी दैनिक रोकड़ बही का शेष ज्ञात करके उसका मिलान तिजोरी में उपलब्ध रोकड़ से कर सकता है। यदि अन्तर आता है तो कहाँ त्रुटि हुई है उसका पता लगाकर त्रुटि का सुधार कर सकता है।
भार में कमी-पृथक् से खाता बही में रोकड़ खाता खोलने की आवश्यकता नहीं होती जिससे खाताबही के भार में कमी आती है।
योजना बनाने में सहायक उपलब्ध रोकड़ शेष एवं अन्य की जानकारी तुरन्त की जा सकती है जिससे व्यापार विकास की योजना बनाई जा सकती है।
शेषों का पता लगाना तीन खाने वाली रोकड़ बही में बैंक खाता भी होता है जिसमें बैंक सम्बन्धी व्यवहारों का लेखा किया जाता है। बैंक शेष की जानकारी की जा सकती है।
रोकड़ बही के साथ व्यापार में रोकड़ बही रखने के निम्न लाभ हैं
यदि व्यापार में रोकड़ बही रखी जाती है तो पृथक् से रोकड़ खाता व बैंक खाता बनाना आवश्यक नहीं है। इसमें समय व श्रम की बचत होती है।
रोकड़ बही रखने से खाताबही के भार में कमी आती है क्योंकि अधिकांश लेन-देन नकद व चेकों से होने के कारण सीधे रोकड़ बही में दर्ज किये जाते हैं।
रोकड़ बही से प्रतिदिन रोकड़ शेष व बैंक शेष की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
प्रतिदिन शेष को गल्ले (तिजोरी) के शेष से मिलान किया जाता है। यदि दोनों में अन्तर आता है तो त्रुटि की जानकारी कर त्रुटि सुधार किया जाता है एवं चोरी तथा गबन की सम्भावना समाप्त हो जाती है।
चूँकि बड़े-बड़े व्यवसायों में लेन-देन नकद अथवा बैंक के माध्यम से करना होता है । इसलिये कार्य के दोहरान से बचने, समय एवं श्रम की बचत करने एवं कार्य की शुद्धता, व्यापार में होने वाली चोरी व गबन से बचने के लिये रोकड़ बही बनाना बहुत उपयोगी है।
प्रश्न 4.
तीन खाने वाली रोकड़ बही से आप क्या समझते हैं ? काल्पनिक सौदों से त्रिस्तम्भीय रोकड़ बही तैयार कीजिये।
उत्तर-
तीन खाने वाली रोकड़ बही उन बड़े व्यवसायियों द्वारा बनाई जाती है जिनके अधिकांश लेन-देन बैंकों के माध्यम से होते हैं। अर्थात् भुगतान चेक द्वारा करते हैं एवं पैसा भी चेक द्वारा प्राप्त करते हैं।
इस पुस्तक में दोनों पक्षों में राशि के लिये 3 स्तम्भ (खाने) होते हैं। ये बट्टा (Discount), रोकड़ (Cash), बैंक (Bank) लेन-देन के लिये होते हैं । इस पुस्तक में रोकड़ बट्टे के लेन-देनों के साथ-साथ बैंक सम्बन्धी व्यवहारों का भी लेखा किया जाता है। इसलिए बैंक का खाता भी बनाया जाता है।
यह पुस्तक रोकड़ खाता व बैंक खाता दोनों का ही कार्य करती है।
Illustration :
निम्नलिखित लेन-देनों से बैंक अथवा तीन खाने वाली रोकड़ बही बनाइए
(Prepare Bank or three Column Cash Book from the following transactions):
उत्तर:
Note : (1) 15 April को उधार माल बेचा है इसलिए रोकड़ बही में इसका कोई लेखा नहीं होगा।
(2) 24 तथा 30 April के लेन-देन में रोकड़ तथा बैंक दोनों ही खाते प्रभावित हो रहे हैं। अतः ये विपरीत लेखे (Contra Entries) हैं।
RBSE Class 11 Accountancy Chapter 8 आंकिक प्रश्न
प्रश्न 1.
निम्नलिखित लेन-देनों को साधारण रोकड़ बही में लिखिये।
(Enter the following transactions in Simple Cash Book
उत्तर:
Note-31 जनवरी का सौदा (महेश को माल बेचा) नकद लेन-देन नहीं है। अतः रोकड़ बही में दर्ज नहीं किया जायेगा।
प्रश्न 2.
निम्न लेन-देनों को साधारण रोकड़ बही में लिखिए तथा खाताबही में खतौनी कीजिए।
(Enter the following transactions in Simple Cash Book and posting into Ledger)
उत्तर:
Note-18 अप्रैल एवं 25 अप्रैल के सौदे नकद नहीं हैं। अत: Cash Book में दर्ज नहीं किये गये हैं।
प्रश्न 3.
निम्न सौदों को साधारण रोकड़ बही में लिखिए तथा खातावही में खतौनी कीजिए।
(Enter the following transactions in Simple Cash Book and posting into Ledger)
उत्तर:
प्रश्न 4.
निम्न लेन-देनों को बट्टे के खानों वाली रोकड़ बही में दिखाइये।
(Enter the following transactions in Cash Book with Discount Column)
उत्तर:
प्रश्न 5.
निम्न लेन-देनों से द्विस्तम्भीय रोकड़ बही बनाइये तथा खातावही में खतौनी कीजिए।
(Prepare the following transactions in Two Column Cash Book and posting them into Ledger)
उत्तर:
Note-Feb, 27 का व्यवहार उधार है, अतः रोकड़ बही में दर्शाया नहीं गया है।
प्रश्न 6.
निम्नलिखित सौदों की अशोक कुमार की रोकड़ बही, जिसमें रोकड़ तथा बट्टे के खाने हो, में लिखिए तथा खातावही में खतौनी कीजिए।
(From the following transactions write up the Cash Book of Ashok Kumar baving Cash and Discount Column and also posting it into Ledger)
उत्तर:
प्रश्न 7.
निम्नलिखित विवरण से तीन खाने वाली रोकड़ बही तैयार कीजिए एवं खाताबही में खतौनी कीजिए।
(From the following particulars prepare a Three Column Cash Book and also complete the posting into Ledger)
उत्तर:
प्रश्न 8.
निम्नलिखित लेन-देनों से तीन खानों वाली रोकड़ बही तैयार कीजिए एवं खाताबही में खतौनी कीजिए।
(From the following transactions prepare a Three Column Cash Book and also posting it into Ledger)
उत्तर:
प्रश्न 9.
निम्नलिखित सौदों से महेश ब्रदर्स की एक त्रिस्तम्भीय रोकड़ बही तैयार कीजिए तथा उसको खाताबही में खताइये।
(Prepare Three Column Cash Book of Mahesh Brothers from the following transactions and posting them into Ledger)
उत्तर:
प्रश्न 10.
निम्नलिखित सौदों से सुरेश की एक त्रिस्तम्भीय रोकड़ बही तैयार कीजिए तथा खाताबही में खतौनी कीजिए।
(Prepare Three Column Cash Book of Suresh from the following transactions and post them into Ledger)
उत्तर:
प्रश्न 11.
निम्नलिखित बैंक व्यवहारों की जर्नल प्रविष्टियाँ कीजिए तथा इनकी बैंक चालू खाते में खतौनी कीजिए।
(Journalise the following Bank Transactions and posting them in Bank Current Account)
उत्तर:
In the Books of ………..
Journal Entries
प्रश्न 12.
1 जनवरी, 2017 को भारत स्टोर्स ने बड़ौदा बैंक, नवलगढ़ में Rs 12,000 चालू खाते में तथा Rs 30,000 स्थायी जमा खाते में जमा कराये। उस महीने के अन्य लेन-देन निम्न प्रकार थे
(On 1st January 2017, the Bharat Stores deposited Rs 12,000 in Current Account in Baroda Bank, Nawalgarh and Rs 3,000 in Fixed Deposit Account. Other transactions during the month were as follows)
उत्तर:
In the Books of Bharat Stores
Journal Entries
प्रश्न 13.
निम्न लेन-देनों को फुटकर रोकड़ बही में लिखिए तथा खाताबही में खतौनी कीजिए
(Record the following transactions in Petty Cash Book and post into Ledger)
उत्तर:
Petty Cash Book
प्रश्न 14.
निम्नलिखित व्यवहारों से लघु रोकड़ बही बनाइये। अग्रदाय राशि Rs 1,000 है।
(Prepare Petty Cash Book from the following transactions. The interest amount is Rs 1,000)
उत्तर:
Petty Cash Book
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