विसर्ग संधि-सूचि
( अ )
| अब्ज= अप् + ज | अम्मय= अप् + मय |
| आकृष्ट= आकृष् + त | अहंकार= अहम् + कार |
| अजन्त= अच् + अन्त | आच्छादन= आ + छादन |
| अबिन्धन= अप्+ इन्धन | अभिषेक अभि + सेक |
| अज्लुप्त= अच् + लुप्त | अब्माधुर्य= अप् + माधुर्य |
| अब्भरण= अप् + हरण | अज्झीन= अच् + हीन |
| अबादान= अप् + आदान | अज्झरण= अच् + हरण |
| अनुच्छेद= अनु + छेद | अब्नदी= अप् + नदी |
( उ )
| उद्गम= उत् + गम | उद्द्घाटन= उत् + घाटन |
| उड्डयन= उत् + डयन | उद्याम= उत् + याम |
| उद्धत= उत् + ह्रत | उन्नयन= उत् + नयन |
| उद्भव= उत् + भव | उन्मूलन= उत् + मूलन |
| उल्लंघन= उत् + लंघन | उद्धार= उत् + हार |
| उदन्त= उत्+ अन्त | उच्छृंखल= उत् + श्रृंखल |
| उद्विग्न= उत् + विग्न | उद्योग= उत्+ योग |
| उदंक= उत् + अंक | उद्वर्तन= उत् + वर्तन |
| उत्सव= उत् + सव | उद्द्गार= उत् + गार |
| उद्द्घोष= उत् + घोष | उज्ज्वल= उत् + ज्वल |
| उद्द्ण्ड= उत् + दंड | उद्धत= उत् + हत |
| उन्नति= उत् + नति | उन्नायक= उत् + नायक |
| उन्मत्त= उत् + मत्त | उन्मुख= उत् + मुख |
| उल्लास= उत् + लास | उदग्र= उत् + अग्र |
| उदय= उत् + अय | उच्छिष्ट= उत् + शिष्ट |
| उन्मूलित= उत् + मूलित | उन्मीलित= उत् + मीलित |
| उन्माद= उत् + माद | उद्द्भास= उत् + भास |
| उल्लेख= उत् + लेख हार | उद्वेग= उत् + वेग |
| उच्छ्वास= उत् + श्वास | ऋग्वेद= ऋक + वेद |
( क )
| कृदन्त= कृत् + अन्त | कृष्ण= कृष् + न |
| किंचित्= किम् + चित् | किन्नर= किम्+ नर |
| कष्ट= कष्+ त | क्लिष्ट= क्लिश् + त |
| काष्ठा= काष् + था | कान्ति= काम् + ति |
| कुंठित= कुन् + ठित | कज्जल= कच् + जल |
( च, ज )
| चिदानंद= चित् + आनंद | चिन्मय= चित् + मय |
| जगदानन्द= जगत् + आनंद | जगदीश= जगत् + ईश |
| जगन्माता= जगत् + माता | जगदाधार= जगत् + आधार |
| जगन्नाथ= जगत् + नाथ | जगद्गुरु= जगत् + गुरु |
( त )
| तल्लीन= तत् + लीन | तदाकार= तत् + आकार |
| तृष्णा= तृष् + ना | तल्लय= तत्+ लय |
| तन्मित्र= तत् + मित्र | तदात्म= तत् + आत्म |
| तट्टीका= तत् + टीका | तद्धित= तत् + हित |
| तद्रूप= तत् + रूप | तन्नाम= तत् + मात्र |
| तच्छिव= तत् + शिव |
( द )
| दुर्जन= दुः + जन | दुस्तर= दुः + तर |
| दुर्नीति= दुः + नीति | दुश्शासन= दुः + शासन |
| दुराशा= दुः + आशा | दुष्कर= दुः + कर |
| दुर्गति= दुः + गति | दुर्दिन= दुः + दिन |
| दुर्वह= दुः + वह | दुराचार= दुः + आचार |
| दुरवस्था= दुः + अवस्था | दुस्साहस= दुः + साहस |
| दुर्व्यवहार= दुः + व्यवहार | दुरात्मा= दुः + आत्मा |
| दुर्बुद्धि= दुः + बुद्धि | दुःस्वप्न= दुः + स्वप्न |
| दुःख= दुः + ख | दुष्प्रकृति= दुः + प्रकृति |
| दुर्ग= दुः + ग |
( न )
| निरुपाय= निः + उपाय | नीरव= निः + रव |
| निरक्षर= नि: + अक्षर | नमस्कार= नमः + कार |
| निश्चल= निः + चल | निस्सन्देह= निः + सन्देह |
| निस्सार= निः + सार | निरीक्षण= निः + ईक्षण |
| निष्पाप= निः + पाप | निस्सहाय= निः + सहाय |
| निर्गंध= निः + गंध | निष्फल= निः+ फल |
| निर्जला= निः+ जला | नीरोग= निः+ रोग |
| निराशा= निः+ आशा | निर्मल= निः + मल |
| निश्छल= निः + छल | निस्सृत= निः + सृत |
| निराधार= निः + आधार | निरीह= निः + ईह |
| निष्काम= निः + काम | निरर्थक= निः + अर्थक |
| निर्विवाद= निः + विवाद | निर्झर= निः + झर |
| निश्चय= निः + चय | निर्भर= निः + भर |
| निर्विकार= निः + विकार | नीरस= निः + रस |
| निरुद्देश्य= निः + उद्देश्य | निर्जीव= निः + जीव |
( प )
| पृष्ठ= पृष् + थ | प्रतिष्ठित= प्रति + स्थित |
| परिच्छेद= परि + छेद | पंचम= पम् + चम |
| पद्धति= पद् + हति | परन्तु= परम् + तु |
| प्रातःकाल= प्रातः + काल | परिष्कार= परि: + कार |
| पुनर्जन्म= पुनः + जन्म | पुरस्कार= पुरः + कार |
| पयोधि= पयः + धि | पुनरपि= पुनः + अपि |
( म )
| मनोनुकूल= मनः + अनुकूल | मनोरम= मनः + रम |
| मनस्ताप= मनः + ताप | मनोयोग= मनः + योग |
| मनोभाव= मनः + भाव | मनोज= मनः + ज |
| मनोरथ= मनः + रथ | मनस्कामना= मनः + कामना (मनोकामना) |
| मनोविज्ञान= मनः + विज्ञान | मनोरंजन= मनः + रंजन |
| मनोगत= मनः + गत |
( स )
| शंका= शम् + का | शिवच्छाया= शिव + छाया |
| शांति= शाम् + ति | षडानन= षट् + आनन |
| षण्मास= षट् + मास | षड्दर्शन= षट् + दर्शन |
| षष्ठ= षष् + थ | सदिच्छा= सत् + इच्छा |
| सज्जन= सत् + जन | सच्छास्त्र= सत् + शास्त्र |
| संकल्प= सम् + कल्प | संगीत= सम् + गीत |
| संधि= सम् + धि | संभव= सम् + भव |
| संवाद= सम् + वाद | सम्बन्ध= सम् + बन्ध |
| संन्यासी= सम् + न्यासी | संस्कृत= सम् + कृत |
| संतोष= सम् + तोष | सन्निहित= सम् + निहित |
| सम्राट= सम् + राट् | सदाचार= सत् + आचार |
| संबल= सम् + बल | सद्गति= सत्+ गति |
| संवत्= सम् + वत् | सद्भावना= सत् + भावना |
| सन्मार्ग= सत् + मार्ग | सच्चिदानंद= सत्+ चित् + आनंद |
| संगम= सम् + गम | संगठन= सम् + गठन |
| संचय= सम् + चय | संयम= सम् + यम |
| संहार= सम् + हार | संयोग= सम् + योग |
| संदेह= सम् + देह | संलग्न= सम् + लग्न |
| संस्कृति= सम् + कृति | समुच्चय= सम् + उत् + चय |
| संगठन= सम् + गठन | सदानंद= सत् + आनंद |
| सच्चरित्र= सत् + चरित्र | सद्काल= सत् + काल |
| संसार= सम् + चार | संलिप्त= सम् + लिप्त |
| स्वच्छंद= स्व + छंद | समुदाय= सम् + उत् + आय |
| संदीप= सम् + दीप | शरदुत्सव= शरद् + उत्सव |
| सम्पूर्ण= सम् + पूर्ण | समन्वय= सम् + अनु + अय |
| संहार= सम् + हार | सद्वाणी= सत् + वाणी |
| सन्धान= सम् + धान | संताप= सम् + ताप |
| संगत= सम्+ गत | संथाल= सम् + थाल |
| संलाप= सम् + लाप | संजय= सम् + जय |
| संस्कर्त्ता= सम् + कर्त्ता | संदेश= सम् + देश |
| शंकर= शम् + कर | वाग्युद्ध= वाक् + युद्ध |
| वाङ्मय= वाक् + मय | तदर्थ= तत् + अर्थ |
| यशोदा= यशः + दा | यशोगान= यशः + गान |
| यशोधरा= यशः + धरा | बहिर्मुख= बहिः + मुख |
| सरोज= सरः + ज | सरोवर= सरः + वर |
| भास्पति= भाः + पति | धनुष्टंकार= धनुः + टंकार |
हिन्दी की अन्य संधि-सूची
| विश्वामित्र= विश्व + मित्र | सभी= सब + ही |
| जहीं= जहाँ + ही | अमूचर= आम + चूर |
| कभी= कब + ही | कहीं= कहाँ + ही |
| पोद्दार= पोत् + दार | बचपन= बच्चा + पन |
| घुड़दौड़= घोड़ा + दौड़ | लड़कपन= लड़का + पन |
| जभी= जब + ही | अभी= अब + ही |
| यहीं= यहाँ + ही | कुलटा= कुल + अटा |
| तभी= तब + ही | वहीं= वहाँ + ही |
| हथकड़ी= हाथ + कड़ी | कनकटा= कान + कटा |
| अन्तर्राष्ट्रीय= अन्तः + राष्ट्रीय | पनघट= पानी + घाट |
| स्त्रियोपयोगी= स्त्री + उपयोगी |
'इक' प्रत्यय जुड़ने पर संधिनुमा परिवर्तन
अर्थ + इक = आर्थिक
धर्म + इक = धार्मिक
उद्योग + इक = औद्योगिक
सप्ताह + इक = साप्ताहिक
दिन + इक = दैनिक
भूगोल + इक= भौगोलिक
समाज + इक = सामाजिक
नीति + इक = नैतिक
दर्शन + इक = दार्शनिक
वर्ष + इक = वार्षिक
इतिहास + इक= ऐतिहासिक
प्रथम + इक = प्राथमिक
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